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चल पर मेरे पैसे कब लोटाएगा पता नहीं नहीं कब लोटाएगा पैसे दे तो मेरे कोई चूट नहीं दे दोड़ों में से नहीं मुझे नहीं पता
मानिया नहीं दे दोगी अंकल दे दोगी दे दोगी कितने पैसे बाग़े हैं मालों मना तरहों मैंने बोला नहीं पापा से बाग़े दे दोगी मैंने पास उतना टाइम नहीं है एक देख खिरा जितना भी तूने मेरे पैसे दिया साब मैं माफ कर दूँगा एक काम करना पर ह
बोल मेरे एक पर चूद नहीं देगा ना पूरा कब की तरहों मैं पैसे कबी नहीं बाग़ों
बोल मनजूर है तब अताख अरे एच एच तरहों चूद भी दिया तरहों किसी को घंटा भी नहीं फरक परेगा
अपने अंकल की तरह नहीं देगा ना पूरा करना पर पैसे दिया तो उस टीम अंकल अंकल नहीं चलना था अब मैं तरह को पैसे माँगोना